Ayush Baranwal

Ayush Baranwal Lives in Pune, Maharashtra, India

लिखने से पहले कागज़ पर फ़ूल🌹 रखता हूँ मैं अपना हर शब्द मेहफ़ूज़ और आयुष रखता हूं ✍️❤️ pen name- फ़र्ज़ी गुलज़ार MY INSTAGRAM- @hashtag.kaifiyat

https://youtu.be/46ocAEpSXiM

  • Latest
  • Popular
  • Video

तुम और मैं एक सुंदर लिखी कविता में बसते है हर नज़्म, हर शेर हमारे खयाल के बाद जन्म लेते है जिन्हें पढ़, होठों की मुस्कान रोकना मुश्किल है जिसका हर अंतरा जीवन के उतार चढ़ाव को दर्शाता है जिसे समझना मुश्किल नहीं,पानी सा सरल है जिसकी लिखी हर रेखा में, हमेशा साथ निभाने का वर्णन है रूठ कर मानने की समझ है कितनी ही परेशानियों में, बिछड़ के मिल जाने का अनुभव है जैसे हर प्रेम पर रची कविता, खुद में ही अनंत है ऐसा करो, कविताओं की आदत डालो ✍️ ©Ayush Baranwal

#जानकारी #Books  तुम और मैं
एक सुंदर लिखी कविता में बसते है
हर नज़्म, हर शेर 
हमारे खयाल के बाद जन्म लेते है
जिन्हें पढ़, होठों की मुस्कान रोकना मुश्किल है
जिसका हर अंतरा
जीवन के उतार चढ़ाव को दर्शाता है
जिसे समझना मुश्किल नहीं,पानी सा सरल है
जिसकी लिखी हर रेखा में, हमेशा साथ निभाने का वर्णन है
रूठ कर मानने की समझ है
कितनी ही परेशानियों में, बिछड़ के मिल जाने का अनुभव है
जैसे हर प्रेम पर रची कविता, खुद में ही अनंत है
ऐसा करो, कविताओं की आदत डालो
✍️

©Ayush Baranwal

#Books

3 Love

सारी उम्र यूंही गुज़रे कब तक फ़ोन की गैलरी में टटोलता रहा वो एक तस्वीर जो कभी ली ही नहीं है साथ अब तक #father's_day♥️ ©Ayush Baranwal

#शायरी #LoveYouDad #father  सारी उम्र यूंही गुज़रे कब तक
फ़ोन की गैलरी में टटोलता रहा वो एक तस्वीर
जो कभी ली ही नहीं है साथ अब तक 

#father's_day♥️

©Ayush Baranwal

#कैफ़ियत वो नए ज़माने की Smartphone मैं वहीं पुराना ख़त -फ़र्ज़ी गुलज़ार✍️

#कैफ़ियत #कहानी #hindikavita #hindishayri #story  #कैफ़ियत

वो नए ज़माने की Smartphone

मैं वहीं पुराना ख़त

-फ़र्ज़ी गुलज़ार✍️

रहे सदियों के फ़ासले भी तो मेरा इंतेज़ार करे जो न रहू रूबरू तो भी वो मेरा दीदार करे हाँ आदत है मेरी उससे हुई लड़ाई भूल जाने की और मेरी इस आदत से भी वो पहला सा प्यार करे ये जो रोज़ का रविवार बैठे बैठे मिल बैठा है वो अपने जज़्बात ही कम से कम मेरे आर पार करे जब ठीक हो जाए आवाम तो मिलने आए वो मुझसे इतर लगाए न लगाए पर काजल का भी श्रृंगार करे वो दिन भी आए जल्दी सुबह उठ कर दफ़्तर को देर से पहुँचूँ बशर्ते मेरी बाहों में आकर वो मुझे तैयार करे -फ़र्ज़ी गुलज़ार✍️

#हिन्दीकविता #ख़ालीवक़्त #hindikavita #lockdown  रहे सदियों के फ़ासले भी तो मेरा इंतेज़ार करे
जो न रहू रूबरू तो भी वो मेरा दीदार करे

हाँ आदत है मेरी उससे हुई लड़ाई भूल जाने की
और मेरी इस आदत से भी वो पहला सा प्यार करे

ये जो रोज़ का रविवार बैठे बैठे मिल बैठा है
वो अपने जज़्बात ही कम से कम मेरे आर पार करे

जब ठीक हो जाए आवाम तो मिलने आए वो मुझसे
इतर लगाए न लगाए पर काजल का भी श्रृंगार करे

वो दिन भी आए
जल्दी सुबह उठ कर दफ़्तर को देर से पहुँचूँ
बशर्ते मेरी बाहों में आकर वो मुझे तैयार करे

-फ़र्ज़ी गुलज़ार✍️

कुछ अपना लिखा❤️✍️ #lockdown #ख़ालीवक़्त #हिन्दीकविता #hindikavita

5 Love

दे सको कुछ मुझको तो इक मरहम देना पास आ के तुम मुझको एक क़लम देना क्या करे सुबह शाम कट जाती है ये रातें नहीं स्याही तो ख़त्म हो जाती है पर बातें नहीं -फ़र्ज़ी गुलज़ार✍️

#writer #story  दे सको कुछ मुझको तो इक मरहम देना
पास आ के तुम मुझको एक क़लम देना

क्या करे सुबह शाम कट जाती है ये रातें नहीं
स्याही तो ख़त्म हो जाती है पर बातें नहीं

-फ़र्ज़ी गुलज़ार✍️

लिखे बिना नही रहा जाता✍️❤️📑 #nojoto #writer #story

9 Love

#क़लम #Dream #poem

Tried first time in my voice चल आज इक ख़्वाब लिखू✍️ #Dream #nojoto #क़लम

48 View

Trending Topic