nikita kothari

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चुप रहने से फासले और कह देने फैसले हो जातें हैं रिश्तो में। ©nikita kothari

#विचार #Relationship  चुप रहने से फासले और कह देने फैसले हो जातें हैं रिश्तो में।

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#Relationship

15 Love

चल अब आजाद किया तुझे हर रिश्ते से इक तरफा डोर कब तक मैं पकड़े रखूं अब मेरे हाथ कह रहें अब तो बक्स दें हमें तुझे छाले नज़र नहीं आते.......? ©nikita kothari

#विचार #goodbye  चल अब आजाद किया तुझे हर रिश्ते से
इक तरफा डोर कब तक मैं पकड़े रखूं
अब मेरे हाथ कह रहें अब तो बक्स दें हमें
तुझे छाले नज़र नहीं आते.......?

©nikita kothari

#goodbye

17 Love

White हाँ शायद मैं ही गलत हूँ, मेरी बहुत काल्पनिक आशा रही.....! बस मैंने चाहा ज़ब भी मैं कुछ कहूँ तुम समझो मेरी बात मैं चाहती थी तुमसे तुम्हारा वक़्त जो सबमे कही बंट चुका हैं मेरे हिस्से में आया बस इंतज़ार, मैंने चाहा ज़ब भी कोई शिकायत हो मुझे तुमसे तुम सामने से बात करके सब ठीक करदो, मैने चाहा तुम भी कभी प्यार जता दो मैंने चाहा की परवाह हो तुझे मेरी, अब कहने को कोई हर्फ़ नहीं रहें पास भी मैंने आईने में देखा अपने अक्स को कुछ टूट चुका हैं अंदर, कुछ हैं जो रह गया अंदर ही जो कह नहीं पाई, समझा नहीं पाई मेरे कुछ बोलने से पहले तूने ज़ब फैसला सुना दिया तब जाके समझ आया कि मैं जो भी बोलूंगी गलत में ही हो जाऊंगी मैंने अपनी बात ज़ाहिर करनी चाही तो तूने, मेरे इतने सारे सवालों का जवाब बस इक अक्षर में दें दिया, "तू ओवर रियेक्ट कर रही काश इक बार समझ लिया होता। ©nikita kothari

#विचार #youlostme  White हाँ शायद मैं ही गलत हूँ, मेरी बहुत काल्पनिक आशा रही.....!
बस मैंने चाहा ज़ब भी मैं कुछ कहूँ तुम समझो मेरी बात
मैं चाहती थी तुमसे तुम्हारा वक़्त जो सबमे कही बंट चुका हैं
मेरे हिस्से में आया बस इंतज़ार,
मैंने चाहा ज़ब भी कोई शिकायत हो मुझे तुमसे
तुम सामने से बात करके सब ठीक करदो,
मैने चाहा तुम भी कभी प्यार जता दो
मैंने चाहा की परवाह हो तुझे मेरी,
अब कहने को कोई हर्फ़ नहीं रहें पास भी
मैंने आईने में देखा अपने अक्स को
कुछ टूट चुका हैं अंदर, कुछ हैं जो रह गया अंदर ही
जो कह नहीं पाई, समझा नहीं पाई
मेरे कुछ बोलने से पहले तूने ज़ब फैसला सुना दिया तब जाके
समझ आया कि मैं जो भी बोलूंगी गलत में ही हो जाऊंगी
मैंने अपनी बात ज़ाहिर करनी चाही तो तूने,
मेरे इतने सारे सवालों का जवाब बस इक अक्षर में दें दिया,
"तू ओवर रियेक्ट कर रही काश इक बार समझ लिया होता।

©nikita kothari

#youlostme

11 Love

इक भीड़ चल रही थी,भीड़ में तो था मग़र न भीड़ का हिस्सा बना,न भीड़ से जुदा रहा। चलता रहा यूँ काफिला,बस उम्र निकलती रह इक उम्र ढाल गई,तब जानें ये बात। "जीनी थी ज़िन्दगी बस यूहीं कट गई" इक भीड़ चलती रही........................ इक भीड़ चलती रही...........। ©nikita kothari

#कविता #Bheed  इक भीड़ चल रही थी,भीड़ में तो था मग़र
न भीड़ का हिस्सा बना,न भीड़ से जुदा रहा।


चलता रहा यूँ काफिला,बस उम्र निकलती रह
इक उम्र ढाल गई,तब जानें ये बात।


"जीनी थी ज़िन्दगी बस यूहीं कट गई"
इक भीड़ चलती रही........................
इक भीड़ चलती रही...........।

©nikita kothari

#Bheed

17 Love

बेहद पंसद हैं उसे मेरे बालों में गुलाब लगाना मेरी उलझी सी लटो को सुलझाना बिखरी जुल्फों को सवारना बेहद पसंद था उसे बहुत कुछ कहना मग़र सामने आते ही चुप हो जाना वो गुलाब संभाले रखी हूँ मैं अभी भी हाँ मग़र सुख गया हैं वो तेरे इंतज़ार में ©nikita kothari

#शायरी #Rose  बेहद पंसद हैं उसे मेरे बालों में गुलाब लगाना
मेरी उलझी सी लटो को सुलझाना
बिखरी जुल्फों को सवारना बेहद पसंद था उसे
बहुत कुछ कहना मग़र सामने आते ही चुप हो जाना
वो गुलाब संभाले रखी हूँ मैं अभी भी
हाँ मग़र सुख गया हैं वो तेरे इंतज़ार में

©nikita kothari

#Rose

13 Love

White फिसल कर हाथ से ज़ब गिरा वो कांच का गिलास टूटने का दर्द मात्र वही समझ सकता हैं वो टूट जाने का दर्द, वापस फ़िर से न जुड़ पाने का दर्द टूटकर बिखर जाने का और बिखकर चूर-चूर हो जाने का दर्द यूहीं कुछ हमारा रिश्ता भी था शायद तुमने भी डोर कसकर पकड़ी होती टूटी हुई चीजे और टूटे हुए रिश्ते दर्द बहुत देते हैं जोड़ने जाओगे अगर तो केवल चुभते हैं। ©nikita kothari

#शायरी #sad_shayari  White फिसल कर हाथ से ज़ब गिरा वो कांच का गिलास
टूटने का दर्द मात्र वही समझ सकता हैं
वो टूट जाने का दर्द, वापस फ़िर से न जुड़ पाने का दर्द
टूटकर बिखर जाने का और
बिखकर चूर-चूर हो जाने का दर्द
यूहीं कुछ हमारा रिश्ता भी था
शायद तुमने भी डोर कसकर पकड़ी होती
टूटी हुई चीजे और टूटे हुए रिश्ते दर्द बहुत देते हैं
जोड़ने जाओगे अगर तो केवल चुभते हैं।

©nikita kothari

#sad_shayari

15 Love

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