tags

New जोकर Status, Photo, Video

Find the latest Status about जोकर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about जोकर.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#मराठीकविता  जे काही मिळवायचं होत 
ते आज मिळून गेलं..
पण आज पुन्हा एकदा
जगायचं राहून गेलं..

ज्याला जे सांगायचं होत
ते आज सांगून झालं..
पण स्वतःच्या मनाचं 
ऐकायचं राहून गेलं..

जिथपर्यंत चालायचं होत
ते आज चालून झालं..
पण थांबायचं कुठ नेमकं 
ते आज राहून गेलं..

मरायचं जेव्हा होतं 
ते आज मरण आलं..
उद्याच्या चिंतेत मात्र
आज जगायचं राहून गेलं..

उद्याच्या चिंतेत मात्र 
आज जगायचं राहून गेलं..

©गोरक्ष अशोक उंबरकर

जोकर

126 View

White ग़ज़ल :- दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने । कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।। असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने ।। हँसते गाते बीते जीवन इस खातिर  पूजे हैं राहों  के भी कंकर मैंने ।। यह सच्ची निष्ठा है  एक सनातन की ।  कण-कण को भी माना है शंकर मैंने ।। पत्थर से अरदास लगाऊँ क्या अब मैं । देख लिये इंसान यहाँ पत्थर मैंने ।। लाशों के अम्बार लगे दोनों जानिब  हँसते देखे उन पर  कुछ जोकर मैंने ।। शीश झुका कर  आता है मेरे आगे । उसको बनाया है अपना नौकर मैंने । अपना वादा काश निभाने आते प्रखर  कितना  रस्ता देखा है मुड़कर मैने ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-

दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने ।
कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।।
असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में
रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने ।।
हँसते गाते बीते जीवन इस खातिर 
पूजे हैं राहों  के भी कंकर मैंने ।।
यह सच्ची निष्ठा है  एक सनातन की ।
 कण-कण को भी माना है शंकर मैंने ।।
पत्थर से अरदास लगाऊँ क्या अब मैं ।
देख लिये इंसान यहाँ पत्थर मैंने ।।
लाशों के अम्बार लगे दोनों जानिब 
हँसते देखे उन पर  कुछ जोकर मैंने ।।
शीश झुका कर  आता है मेरे आगे ।
उसको बनाया है अपना नौकर मैंने ।
अपना वादा काश निभाने आते प्रखर 
कितना  रस्ता देखा है मुड़कर मैने ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने । कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।। असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने

10 Love

#nojotohindipoetry #जोकर #sandiprohila #nojotohindi  जोकर

कितना दिलचस्प होता है न जोकर
जो खुद रो कर भी दूसरों को गुद गुदाता है
अपनी तकलीफों को भूलकर
सबके चेहरों पर मुस्कुराहट लाता है
रंग बिरंगा सा चेहरा बनाकर
सबको बहुत लुभाता है
टेढ़ा मेढ़ा सा मुंह बनाकर
सबको प्रसन्न करता है
तरह तरह के करतब दिखाकर
सबको बहुत हंसाता है
दिल के अपने दर्द छुपाकर
नई प्रेरणा को जगाता है
उसकी खूबियों को देख कर 
मन में ये विचार आता है
क्यों व्यक्ति रास्ता भटक कर
दूसरों को दुख पहुंचाता है 
हंसी खुशी से जीवन बिताकर
क्यों नहीं वह रह पाता है
क्यों अधर्म का मार्ग अपनाकर
सबके नयनों में अश्रु लाता है
बस एक ऐसा है जोकर
जो अपने धीरज को बढ़ाता है
सब के मन खुद को बैठा कर
दिलों पर राज करता है
…………………………….
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जोकर #nojotohindi #nojotohindipoetry जोकर कितना दिलचस्प होता है न जोकर जो खुद रो कर भी दूसरों को गुद गुदाता है अपनी तकलीफों को भूलकर सबक

234 View

#मराठीकविता  जे काही मिळवायचं होत 
ते आज मिळून गेलं..
पण आज पुन्हा एकदा
जगायचं राहून गेलं..

ज्याला जे सांगायचं होत
ते आज सांगून झालं..
पण स्वतःच्या मनाचं 
ऐकायचं राहून गेलं..

जिथपर्यंत चालायचं होत
ते आज चालून झालं..
पण थांबायचं कुठ नेमकं 
ते आज राहून गेलं..

मरायचं जेव्हा होतं 
ते आज मरण आलं..
उद्याच्या चिंतेत मात्र
आज जगायचं राहून गेलं..

उद्याच्या चिंतेत मात्र 
आज जगायचं राहून गेलं..

©गोरक्ष अशोक उंबरकर

जोकर

126 View

White ग़ज़ल :- दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने । कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।। असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने ।। हँसते गाते बीते जीवन इस खातिर  पूजे हैं राहों  के भी कंकर मैंने ।। यह सच्ची निष्ठा है  एक सनातन की ।  कण-कण को भी माना है शंकर मैंने ।। पत्थर से अरदास लगाऊँ क्या अब मैं । देख लिये इंसान यहाँ पत्थर मैंने ।। लाशों के अम्बार लगे दोनों जानिब  हँसते देखे उन पर  कुछ जोकर मैंने ।। शीश झुका कर  आता है मेरे आगे । उसको बनाया है अपना नौकर मैंने । अपना वादा काश निभाने आते प्रखर  कितना  रस्ता देखा है मुड़कर मैने ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल :-

दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने ।
कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।।
असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में
रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने ।।
हँसते गाते बीते जीवन इस खातिर 
पूजे हैं राहों  के भी कंकर मैंने ।।
यह सच्ची निष्ठा है  एक सनातन की ।
 कण-कण को भी माना है शंकर मैंने ।।
पत्थर से अरदास लगाऊँ क्या अब मैं ।
देख लिये इंसान यहाँ पत्थर मैंने ।।
लाशों के अम्बार लगे दोनों जानिब 
हँसते देखे उन पर  कुछ जोकर मैंने ।।
शीश झुका कर  आता है मेरे आगे ।
उसको बनाया है अपना नौकर मैंने ।
अपना वादा काश निभाने आते प्रखर 
कितना  रस्ता देखा है मुड़कर मैने ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने । कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।। असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने

10 Love

#nojotohindipoetry #जोकर #sandiprohila #nojotohindi  जोकर

कितना दिलचस्प होता है न जोकर
जो खुद रो कर भी दूसरों को गुद गुदाता है
अपनी तकलीफों को भूलकर
सबके चेहरों पर मुस्कुराहट लाता है
रंग बिरंगा सा चेहरा बनाकर
सबको बहुत लुभाता है
टेढ़ा मेढ़ा सा मुंह बनाकर
सबको प्रसन्न करता है
तरह तरह के करतब दिखाकर
सबको बहुत हंसाता है
दिल के अपने दर्द छुपाकर
नई प्रेरणा को जगाता है
उसकी खूबियों को देख कर 
मन में ये विचार आता है
क्यों व्यक्ति रास्ता भटक कर
दूसरों को दुख पहुंचाता है 
हंसी खुशी से जीवन बिताकर
क्यों नहीं वह रह पाता है
क्यों अधर्म का मार्ग अपनाकर
सबके नयनों में अश्रु लाता है
बस एक ऐसा है जोकर
जो अपने धीरज को बढ़ाता है
सब के मन खुद को बैठा कर
दिलों पर राज करता है
…………………………….
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जोकर #nojotohindi #nojotohindipoetry जोकर कितना दिलचस्प होता है न जोकर जो खुद रो कर भी दूसरों को गुद गुदाता है अपनी तकलीफों को भूलकर सबक

234 View

Trending Topic