tags

New दरूद शरीफ अव्वल आखिर Status, Photo, Video

Find the latest Status about दरूद शरीफ अव्वल आखिर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about दरूद शरीफ अव्वल आखिर.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#विचार

माझवली शरीफ।

81 View

एक संघर्ष की दुनिया में जी रही एक बेरोजगार पीढ़ी चाट रही किताबों को दीमक की तरह...... रोज़....... दर रोज़ और कर रही इंतजार कि.... चाटी हुई किताबें एक दिन हमारी ख्वाहिशों के ढांचे को......पूरा कर पाएंगी ©Harpinder Kaur

 एक संघर्ष की दुनिया में जी रही
एक बेरोजगार  पीढ़ी
चाट रही किताबों को
दीमक की तरह...... 
रोज़....... दर रोज़
और कर रही इंतजार
कि.... चाटी हुई किताबें
एक दिन हमारी ख्वाहिशों के ढांचे
को......पूरा कर पाएंगी

©Harpinder Kaur

# आखिर कब तक?

10 Love

#शायरी

आखिर वहीं लोग

144 View

#मोटिवेशनल #Moon  White करके दोस्ती भी देख ली प्यार निभाकर 
भी देख चुका 
रिश्ते नाते भी देखें सारी परंपराएं निभा
 के देख लिया 
सोचता हूं क्या हासिल किया क्या 
खो दिया मैंने ।
पता ही नहीं चला इस नाटक में 
मेरा रोल क्या था।









ड्रामा ज़िंदगी बड़ा ही COOl था ।

©Vickram

#Moon आखिर क्या पा लिया,,,

135 View

#कविता #Night  White 

पता नहीं क्या चल रहा है ज़िंदगी में मेरी 
आखिर कौन सा पड़ाव है ये मेरी ज़िन्दगी का
खत्म नहीं होते कभी  अंधेरे ज़िंदगी से मेरे 
लगता है जैसे कितनी ज़िंदगी में जी लिया 
आखिर क्यों इतना दर्द है मेरी ज़िन्दगी में 
मैंने कभी किसी के लिए कुछ बुरा नहीं किया 
तूने जो भी दिया मैंने कबूल किया हंसकर 
दिखावे का हंसना भी तो कसूर हो गया 
बता तो सही एक दफा मेरा कसूर क्या है।
तू क्यों इतना मेरे लिए कठोर हो गया ।
क्यों  बना कर पत्थर छोड़ दिया तूने मुझे।
तेरे अलावा तो मेरा यहां कोई नहीं था ।













मेरी उदासी का कारण में खुद नहीं जानता

©Vickram

#Night आखिर मेरा कसूर क्या है

207 View

आखिर क्यों? आखिर क्यों? बढ़ती शिक्षा, बेहतर होते जीवन स्तर के साथ, बेतहाशा बढ़ रहे हैं, दुराचार, मारकाट व भ्रष्टाचार ! मिल रहा है, पाखंड को सम्मान! हो रहा है, सत्य का अपमान! क्या हो गया है, आदमी को, बहकाना इतनी आसान? पढ़ाया जा रहा है, गलियों में नफरत का पाठ! कैसे कोई देगा, इंसानियत का साथ! डूबते का वीडियो, बनाती है भीड़, मदद के नाम पर, खड़ा करतें हैं हाथ! हर तरफ आबाद है, दलदल जानलेवा, धार्मिक उन्माद व जातिवाद के! खून तो बहता है, सिर्फ इंसान का, जब छुरे चलतें हैं, बेरहम जल्लाद के! ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#कविता #आखिर  आखिर क्यों?

 आखिर क्यों?
  बढ़ती शिक्षा,
  बेहतर होते जीवन स्तर के साथ,
  बेतहाशा बढ़ रहे हैं,
  दुराचार, मारकाट व भ्रष्टाचार !
   
  मिल रहा है,
   पाखंड को सम्मान!
  हो रहा है,
  सत्य का अपमान!
  क्या हो गया है,
  आदमी को,
  बहकाना इतनी आसान?

  पढ़ाया जा रहा है,
  गलियों में नफरत का पाठ!
  कैसे कोई देगा,
 इंसानियत का साथ!
  डूबते का वीडियो,
  बनाती है भीड़,
  मदद के नाम पर,
  खड़ा करतें हैं हाथ!

  हर तरफ आबाद है,
  दलदल जानलेवा,
  धार्मिक उन्माद व जातिवाद के!
  खून तो बहता है,
  सिर्फ इंसान का,
  जब छुरे चलतें हैं,
   बेरहम जल्लाद के!

©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#आखिर _क्यों?

10 Love

#विचार

माझवली शरीफ।

81 View

एक संघर्ष की दुनिया में जी रही एक बेरोजगार पीढ़ी चाट रही किताबों को दीमक की तरह...... रोज़....... दर रोज़ और कर रही इंतजार कि.... चाटी हुई किताबें एक दिन हमारी ख्वाहिशों के ढांचे को......पूरा कर पाएंगी ©Harpinder Kaur

 एक संघर्ष की दुनिया में जी रही
एक बेरोजगार  पीढ़ी
चाट रही किताबों को
दीमक की तरह...... 
रोज़....... दर रोज़
और कर रही इंतजार
कि.... चाटी हुई किताबें
एक दिन हमारी ख्वाहिशों के ढांचे
को......पूरा कर पाएंगी

©Harpinder Kaur

# आखिर कब तक?

10 Love

#शायरी

आखिर वहीं लोग

144 View

#मोटिवेशनल #Moon  White करके दोस्ती भी देख ली प्यार निभाकर 
भी देख चुका 
रिश्ते नाते भी देखें सारी परंपराएं निभा
 के देख लिया 
सोचता हूं क्या हासिल किया क्या 
खो दिया मैंने ।
पता ही नहीं चला इस नाटक में 
मेरा रोल क्या था।









ड्रामा ज़िंदगी बड़ा ही COOl था ।

©Vickram

#Moon आखिर क्या पा लिया,,,

135 View

#कविता #Night  White 

पता नहीं क्या चल रहा है ज़िंदगी में मेरी 
आखिर कौन सा पड़ाव है ये मेरी ज़िन्दगी का
खत्म नहीं होते कभी  अंधेरे ज़िंदगी से मेरे 
लगता है जैसे कितनी ज़िंदगी में जी लिया 
आखिर क्यों इतना दर्द है मेरी ज़िन्दगी में 
मैंने कभी किसी के लिए कुछ बुरा नहीं किया 
तूने जो भी दिया मैंने कबूल किया हंसकर 
दिखावे का हंसना भी तो कसूर हो गया 
बता तो सही एक दफा मेरा कसूर क्या है।
तू क्यों इतना मेरे लिए कठोर हो गया ।
क्यों  बना कर पत्थर छोड़ दिया तूने मुझे।
तेरे अलावा तो मेरा यहां कोई नहीं था ।













मेरी उदासी का कारण में खुद नहीं जानता

©Vickram

#Night आखिर मेरा कसूर क्या है

207 View

आखिर क्यों? आखिर क्यों? बढ़ती शिक्षा, बेहतर होते जीवन स्तर के साथ, बेतहाशा बढ़ रहे हैं, दुराचार, मारकाट व भ्रष्टाचार ! मिल रहा है, पाखंड को सम्मान! हो रहा है, सत्य का अपमान! क्या हो गया है, आदमी को, बहकाना इतनी आसान? पढ़ाया जा रहा है, गलियों में नफरत का पाठ! कैसे कोई देगा, इंसानियत का साथ! डूबते का वीडियो, बनाती है भीड़, मदद के नाम पर, खड़ा करतें हैं हाथ! हर तरफ आबाद है, दलदल जानलेवा, धार्मिक उन्माद व जातिवाद के! खून तो बहता है, सिर्फ इंसान का, जब छुरे चलतें हैं, बेरहम जल्लाद के! ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#कविता #आखिर  आखिर क्यों?

 आखिर क्यों?
  बढ़ती शिक्षा,
  बेहतर होते जीवन स्तर के साथ,
  बेतहाशा बढ़ रहे हैं,
  दुराचार, मारकाट व भ्रष्टाचार !
   
  मिल रहा है,
   पाखंड को सम्मान!
  हो रहा है,
  सत्य का अपमान!
  क्या हो गया है,
  आदमी को,
  बहकाना इतनी आसान?

  पढ़ाया जा रहा है,
  गलियों में नफरत का पाठ!
  कैसे कोई देगा,
 इंसानियत का साथ!
  डूबते का वीडियो,
  बनाती है भीड़,
  मदद के नाम पर,
  खड़ा करतें हैं हाथ!

  हर तरफ आबाद है,
  दलदल जानलेवा,
  धार्मिक उन्माद व जातिवाद के!
  खून तो बहता है,
  सिर्फ इंसान का,
  जब छुरे चलतें हैं,
   बेरहम जल्लाद के!

©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#आखिर _क्यों?

10 Love

Trending Topic