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New लपेटे में नेताजी कवि सम्मेलन Status, Photo, Video

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#शायरी #कवि #alone #SAD  White सबको खुश करते करते खुद से ही खोया हूं मैं।
यू तो था हंसाने का  हुनर मुझमें फकत रोज रातों को अकेले रोया हूं मैं।@कवि

©Vikas Kumar
#शायरी  White में गुमनाम कवि गुमनामी के अंधेरे
 में एक दिन खो जाऊंगा 
छपेगी मेरी किताब एक दिन
 जब में मौत के आगोश में सो जाऊंगा

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

# में गुमनाम कवि गुमनामी के अंधेरे में एक दिन खो जाऊंगा छपेगी मेरी किताब एक दिन जब में मौत के आगोश में सो जाऊंगा

135 View

#शायरी  प्रेम के गीत में राग भर दूंगा मैं।
तेरे सपनो को साकार कर
दूंगा मैं।।
इन हवाओं में गर तुम बहक न गई।
मुझको रब की कसम मांग भर 
दूंगा मैं।।

©Ashvani Awasthi

कवि अश्वनी अवस्थी

81 View

#शायरी

कवि अश्वनी अवस्थी

81 View

#काव्यार्पण #शायरी  यकीं आया नही अहले वफा परबेक जमाने तक , वो डालते अब तेल हैं कब्र - चिराग में । निशां वो ढूंढते  है अब मेरे  राख - ए-वजूद का , जो खाक होकर मिल गया तेरे शबाब में ।।      [रवि]।

तेरे शबाब में @heartlessrj1297 @Kirti Pandey #काव्यार्पण कवि संतोष बड़कुर

1,260 View

#कवि  BeHappy रोज मरना पड़े 
अगर जिंदा का रहने के लिए !

फिर तो ताबुक ही बेहतर‌ है 
 आदमी के लिए !!

कवि कपिल‌ !‌मेरठ‌!

©Kavi Kapil

#कवि कपिल

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#शायरी #कवि #alone #SAD  White सबको खुश करते करते खुद से ही खोया हूं मैं।
यू तो था हंसाने का  हुनर मुझमें फकत रोज रातों को अकेले रोया हूं मैं।@कवि

©Vikas Kumar
#शायरी  White में गुमनाम कवि गुमनामी के अंधेरे
 में एक दिन खो जाऊंगा 
छपेगी मेरी किताब एक दिन
 जब में मौत के आगोश में सो जाऊंगा

©Poet Kuldeep Singh Ruhela

# में गुमनाम कवि गुमनामी के अंधेरे में एक दिन खो जाऊंगा छपेगी मेरी किताब एक दिन जब में मौत के आगोश में सो जाऊंगा

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#शायरी  प्रेम के गीत में राग भर दूंगा मैं।
तेरे सपनो को साकार कर
दूंगा मैं।।
इन हवाओं में गर तुम बहक न गई।
मुझको रब की कसम मांग भर 
दूंगा मैं।।

©Ashvani Awasthi

कवि अश्वनी अवस्थी

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#शायरी

कवि अश्वनी अवस्थी

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#काव्यार्पण #शायरी  यकीं आया नही अहले वफा परबेक जमाने तक , वो डालते अब तेल हैं कब्र - चिराग में । निशां वो ढूंढते  है अब मेरे  राख - ए-वजूद का , जो खाक होकर मिल गया तेरे शबाब में ।।      [रवि]।

तेरे शबाब में @heartlessrj1297 @Kirti Pandey #काव्यार्पण कवि संतोष बड़कुर

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#कवि  BeHappy रोज मरना पड़े 
अगर जिंदा का रहने के लिए !

फिर तो ताबुक ही बेहतर‌ है 
 आदमी के लिए !!

कवि कपिल‌ !‌मेरठ‌!

©Kavi Kapil

#कवि कपिल

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