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New मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी Status, Photo, Video

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हम जब भी पढ़ते हैं ग़ज़ल तुम पर, महफ़िल से उठकर चले जाते हो तुम.......... मेरी जान इतना गुरूर भी अच्छा नहीं, आखिर इतना क्यों इतराते हो तुम............. और जब करते हैं हम तारीफ तुम्हारी, महफ़िल में ग़ज़ल को पढ़ते-पढ़ते............. महफ़िल से चले जाने का बहाना करके, पलट कर देखकर मुस्कुराते हो तुम............ ©Poet Maddy

#GATHERING #pretend #Praise #Smile  हम जब भी पढ़ते हैं ग़ज़ल तुम पर,
महफ़िल से उठकर चले जाते हो तुम..........
मेरी जान इतना गुरूर भी अच्छा नहीं,
आखिर इतना क्यों इतराते हो तुम.............
और जब करते हैं हम तारीफ तुम्हारी,
महफ़िल में ग़ज़ल को पढ़ते-पढ़ते.............
महफ़िल से चले जाने का बहाना करके,
पलट कर देखकर मुस्कुराते हो तुम............

©Poet Maddy

हम जब भी पढ़ते हैं ग़ज़ल तुम पर, महफ़िल से उठकर चले जाते हो तुम.......... #gazal#GATHERING#Dear#proud#Praise#pretend#Leave#Smile......

14 Love

White हो न मुलाकात ऐसी, बेवज़ह की बात जैसी, चाँदनी सी हमसफ़र हो, पूर्णिमा के रात जैसी, हो मिलन का वक़्त लंबा, दिवस के शुरुआत जैसी, बोल कड़वे लगे सबको, हृदय पर आघात जैसी, दर्द और मुस्कान दोनों, हम-नवा दिन-रात जैसी, बिन लड़े ही हार जाना, कष्टप्रद है मात जैसी, बेबसी क्या चीज 'गुंजन', गरीबों के खाट जैसी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #हो  White हो  न  मुलाकात ऐसी, 
बेवज़ह की बात जैसी,

चाँदनी सी हमसफ़र हो, 
पूर्णिमा  के  रात  जैसी,

हो मिलन का वक़्त लंबा, 
दिवस के शुरुआत जैसी,

बोल  कड़वे  लगे सबको, 
हृदय  पर  आघात  जैसी,

दर्द  और  मुस्कान  दोनों, 
हम-नवा  दिन-रात जैसी,

बिन  लड़े ही  हार  जाना, 
कष्टप्रद   है   मात  जैसी,

बेबसी क्या चीज 'गुंजन', 
गरीबों  के  खाट   जैसी,
  --शशि भूषण मिश्र 
      'गुंजन' चेन्नई

©Shashi Bhushan Mishra

#हो न मुलाक़ात ऐसी#

13 Love

तुम ज़माने के हो हमारे सिवाय हम किसी के नहीं, तुम्हारे हैं

144 View

#Motivational

तुम फिर भी कहते हो कल से करुंगा। 😊👍

126 View

 अजीब सी चुभन है दिल में
टुकड़े टुकड़े हो रहा हूँ मैं
तुम्हें जो हमारी ज़रूरत नहीं
हम ख़ुश है अपनी ख़ुदी में 
मेहरबानी की ज़रूरत नहीं
तुम्हें क्यूँ लगता बस तुम्हीं तुम हो
हम भी हम हैं, 
ये भी ग़लत तो नहीं

©हिमांशु Kulshreshtha

हम भी हम हैं...

207 View

हम फिर से एक बार मिलते हैं, फिर से उसी राह पर चलते हैं, इस बार तुम सीधा रहना हम अपना राह बदले है..! ©Himanshu Prajapati

#ShivajiMaharajJayanti #विचार  हम फिर से एक बार मिलते हैं,
फिर से उसी राह पर चलते हैं,
इस बार तुम सीधा रहना
हम अपना राह बदले है..!

©Himanshu Prajapati

#ShivajiMaharajJayanti हम फिर से एक बार मिलते हैं, फिर से उसी राह पर चलते हैं, इस बार तुम सीधा रहना हम अपना राह बदले है..!

18 Love

हम जब भी पढ़ते हैं ग़ज़ल तुम पर, महफ़िल से उठकर चले जाते हो तुम.......... मेरी जान इतना गुरूर भी अच्छा नहीं, आखिर इतना क्यों इतराते हो तुम............. और जब करते हैं हम तारीफ तुम्हारी, महफ़िल में ग़ज़ल को पढ़ते-पढ़ते............. महफ़िल से चले जाने का बहाना करके, पलट कर देखकर मुस्कुराते हो तुम............ ©Poet Maddy

#GATHERING #pretend #Praise #Smile  हम जब भी पढ़ते हैं ग़ज़ल तुम पर,
महफ़िल से उठकर चले जाते हो तुम..........
मेरी जान इतना गुरूर भी अच्छा नहीं,
आखिर इतना क्यों इतराते हो तुम.............
और जब करते हैं हम तारीफ तुम्हारी,
महफ़िल में ग़ज़ल को पढ़ते-पढ़ते.............
महफ़िल से चले जाने का बहाना करके,
पलट कर देखकर मुस्कुराते हो तुम............

©Poet Maddy

हम जब भी पढ़ते हैं ग़ज़ल तुम पर, महफ़िल से उठकर चले जाते हो तुम.......... #gazal#GATHERING#Dear#proud#Praise#pretend#Leave#Smile......

14 Love

White हो न मुलाकात ऐसी, बेवज़ह की बात जैसी, चाँदनी सी हमसफ़र हो, पूर्णिमा के रात जैसी, हो मिलन का वक़्त लंबा, दिवस के शुरुआत जैसी, बोल कड़वे लगे सबको, हृदय पर आघात जैसी, दर्द और मुस्कान दोनों, हम-नवा दिन-रात जैसी, बिन लड़े ही हार जाना, कष्टप्रद है मात जैसी, बेबसी क्या चीज 'गुंजन', गरीबों के खाट जैसी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #हो  White हो  न  मुलाकात ऐसी, 
बेवज़ह की बात जैसी,

चाँदनी सी हमसफ़र हो, 
पूर्णिमा  के  रात  जैसी,

हो मिलन का वक़्त लंबा, 
दिवस के शुरुआत जैसी,

बोल  कड़वे  लगे सबको, 
हृदय  पर  आघात  जैसी,

दर्द  और  मुस्कान  दोनों, 
हम-नवा  दिन-रात जैसी,

बिन  लड़े ही  हार  जाना, 
कष्टप्रद   है   मात  जैसी,

बेबसी क्या चीज 'गुंजन', 
गरीबों  के  खाट   जैसी,
  --शशि भूषण मिश्र 
      'गुंजन' चेन्नई

©Shashi Bhushan Mishra

#हो न मुलाक़ात ऐसी#

13 Love

तुम ज़माने के हो हमारे सिवाय हम किसी के नहीं, तुम्हारे हैं

144 View

#Motivational

तुम फिर भी कहते हो कल से करुंगा। 😊👍

126 View

 अजीब सी चुभन है दिल में
टुकड़े टुकड़े हो रहा हूँ मैं
तुम्हें जो हमारी ज़रूरत नहीं
हम ख़ुश है अपनी ख़ुदी में 
मेहरबानी की ज़रूरत नहीं
तुम्हें क्यूँ लगता बस तुम्हीं तुम हो
हम भी हम हैं, 
ये भी ग़लत तो नहीं

©हिमांशु Kulshreshtha

हम भी हम हैं...

207 View

हम फिर से एक बार मिलते हैं, फिर से उसी राह पर चलते हैं, इस बार तुम सीधा रहना हम अपना राह बदले है..! ©Himanshu Prajapati

#ShivajiMaharajJayanti #विचार  हम फिर से एक बार मिलते हैं,
फिर से उसी राह पर चलते हैं,
इस बार तुम सीधा रहना
हम अपना राह बदले है..!

©Himanshu Prajapati

#ShivajiMaharajJayanti हम फिर से एक बार मिलते हैं, फिर से उसी राह पर चलते हैं, इस बार तुम सीधा रहना हम अपना राह बदले है..!

18 Love

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