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New बनके तेरा साया रिंगटोन डाउनलोड Status, Photo, Video

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#भक्ति

भक्ति गाना भक्ति रिंगटोन

90 View

#शायरी #साया #Sad_shayri  White मिट्टी का जिस्म लेकर पानी के घर में हूं
मंजिल ह मौत मैरी हर पल सफर में हूं।

होना है कत्ल मेरा मालूम है मुझे
पर खबर नहीं किसकी नजर में हूं मैं।।

©Umrav Jat
#वीडियो

वीडियो डाउनलोड

99 View

#साया  White घनघोर अंधेरा , पतों की सरसराहट ,
रह रह कर आ रहे जानवरों का आवाज़ 
अपने ही पद चाप से जब लगने लगा डर
आभास होता किसी के होने का ,
मन करने लगा पीछे हट जाने का

आंखे बंद कर किया याद अपने मालिक को
हिम्मत मिली आगे बढ़ जाने को
जरूरी था जंगल के उसपर जाना
वहीं था मेरा आशियाना
मालिक का नाम लेकर कदम आगे बढ़ाया
आंखों के सामने एक साया नजर आया

जाना पहचाना एहसास हुआ,
जाने क्या मेरे साथ हुआ
आंखे खुली तो खुद को हॉस्पिटल में पाया 
कह रहे थे पुलिस वाले कल रात इनके साथ रेप हो आया
आंखे बंद की तो साया में अपने ही गांव के एक शख्स का चेहरा नज़र आया

उसके बाद आंखे खुल न पाई मेरी

©कलम की दुनिया

#साया

135 View

#Bhakti

तेरा ही साया बनके तेरे साथ चला मैं

117 View

तूफ़ान बनके आया बंगाल में कहर, दिखता है तबाही में रीमाल का असर, उजड़ी है कई बस्ती उखड़े हजारों पेड़, कुदरत के सामने हुआ विज्ञान बेअसर, विकराल हवाएं थीं बारिश भी बेशुमार, आए हैं इसकी जद में देखो कई शहर, गर्मी से तप रहा है बेहाल हुआ जीवन, मौसम की त्रासदी से अवाम पुर-असर, लू की चपेट लील गई हैं कई जानें, यह नौतपा का रौद्र रूप कैसे हो बसर, हम कैद घरों में ही रहने को हुए बेबस, सुनसान पड़ी सड़कें गमगीन दोपहर, गुंजन थे बदनसीब सुबह देख ना सके, गर्दिश भरी रातों का होता नहीं सहर, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ•प्र• ©Shashi Bhushan Mishra

#तूफ़ान #कविता  तूफ़ान  बनके  आया  बंगाल में कहर, 
दिखता है तबाही में रीमाल का असर,

उजड़ी है कई बस्ती उखड़े हजारों पेड़,
कुदरत के सामने हुआ विज्ञान बेअसर,

विकराल हवाएं थीं बारिश भी बेशुमार,
आए हैं इसकी जद में देखो कई शहर, 

गर्मी से तप रहा है बेहाल हुआ जीवन, 
मौसम की त्रासदी से अवाम पुर-असर,

लू की  चपेट  लील  गई  हैं कई  जानें,
यह नौतपा का रौद्र रूप कैसे हो बसर,

हम कैद घरों में ही रहने को हुए बेबस, 
सुनसान पड़ी  सड़कें  गमगीन दोपहर,

गुंजन थे बदनसीब सुबह देख ना सके, 
गर्दिश भरी  रातों का  होता नहीं सहर,
     ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
              प्रयागराज उ•प्र•

©Shashi Bhushan Mishra

#तूफ़ान बनके आया#

15 Love

#भक्ति

भक्ति गाना भक्ति रिंगटोन

90 View

#शायरी #साया #Sad_shayri  White मिट्टी का जिस्म लेकर पानी के घर में हूं
मंजिल ह मौत मैरी हर पल सफर में हूं।

होना है कत्ल मेरा मालूम है मुझे
पर खबर नहीं किसकी नजर में हूं मैं।।

©Umrav Jat
#वीडियो

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#साया  White घनघोर अंधेरा , पतों की सरसराहट ,
रह रह कर आ रहे जानवरों का आवाज़ 
अपने ही पद चाप से जब लगने लगा डर
आभास होता किसी के होने का ,
मन करने लगा पीछे हट जाने का

आंखे बंद कर किया याद अपने मालिक को
हिम्मत मिली आगे बढ़ जाने को
जरूरी था जंगल के उसपर जाना
वहीं था मेरा आशियाना
मालिक का नाम लेकर कदम आगे बढ़ाया
आंखों के सामने एक साया नजर आया

जाना पहचाना एहसास हुआ,
जाने क्या मेरे साथ हुआ
आंखे खुली तो खुद को हॉस्पिटल में पाया 
कह रहे थे पुलिस वाले कल रात इनके साथ रेप हो आया
आंखे बंद की तो साया में अपने ही गांव के एक शख्स का चेहरा नज़र आया

उसके बाद आंखे खुल न पाई मेरी

©कलम की दुनिया

#साया

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#Bhakti

तेरा ही साया बनके तेरे साथ चला मैं

117 View

तूफ़ान बनके आया बंगाल में कहर, दिखता है तबाही में रीमाल का असर, उजड़ी है कई बस्ती उखड़े हजारों पेड़, कुदरत के सामने हुआ विज्ञान बेअसर, विकराल हवाएं थीं बारिश भी बेशुमार, आए हैं इसकी जद में देखो कई शहर, गर्मी से तप रहा है बेहाल हुआ जीवन, मौसम की त्रासदी से अवाम पुर-असर, लू की चपेट लील गई हैं कई जानें, यह नौतपा का रौद्र रूप कैसे हो बसर, हम कैद घरों में ही रहने को हुए बेबस, सुनसान पड़ी सड़कें गमगीन दोपहर, गुंजन थे बदनसीब सुबह देख ना सके, गर्दिश भरी रातों का होता नहीं सहर, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ•प्र• ©Shashi Bhushan Mishra

#तूफ़ान #कविता  तूफ़ान  बनके  आया  बंगाल में कहर, 
दिखता है तबाही में रीमाल का असर,

उजड़ी है कई बस्ती उखड़े हजारों पेड़,
कुदरत के सामने हुआ विज्ञान बेअसर,

विकराल हवाएं थीं बारिश भी बेशुमार,
आए हैं इसकी जद में देखो कई शहर, 

गर्मी से तप रहा है बेहाल हुआ जीवन, 
मौसम की त्रासदी से अवाम पुर-असर,

लू की  चपेट  लील  गई  हैं कई  जानें,
यह नौतपा का रौद्र रूप कैसे हो बसर,

हम कैद घरों में ही रहने को हुए बेबस, 
सुनसान पड़ी  सड़कें  गमगीन दोपहर,

गुंजन थे बदनसीब सुबह देख ना सके, 
गर्दिश भरी  रातों का  होता नहीं सहर,
     ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
              प्रयागराज उ•प्र•

©Shashi Bhushan Mishra

#तूफ़ान बनके आया#

15 Love

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