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मोहब्बत भी दोस्ती में ऐसे मतभेद करता है जिस थाली में खाएं उसी में छेद करता है मोहब्बत दोस्ती में अक्सर दरार डालती है जरा सी बात पर संबंध में विच्छेद करता है ©कुमार दीपेन्द्र

#लव  मोहब्बत भी दोस्ती में ऐसे मतभेद करता है 
जिस थाली में खाएं उसी में छेद करता है
मोहब्बत दोस्ती में अक्सर दरार डालती है
जरा सी बात पर संबंध में विच्छेद करता है

©कुमार दीपेन्द्र

'लव स्टोरीज' शायरी लव रोमांटिक 2 line खतरनाक लव स्टोरी शायरी शायरी लव रोमांटिक

9 Love

दिल को देखो चेहरा ना देखो चेहरों ने लाखों को लूटा दिल सच्चा और चेहरा झूठा ©Rinku Kushwaha

 दिल को देखो चेहरा ना देखो चेहरों ने लाखों को लूटा दिल सच्चा और चेहरा झूठा

©Rinku Kushwaha

लिखी हुई लाइन पर कोई ध्यान नहीं देता ध्यान सब पैसे पर देते हैं पैसे हो तो कोई चेहरा भी नहीं देखा

16 Love

 प्यार भी बेटरी कि तरह खत्म हो जाता है 
जवानी में जोश वाला प्यार होता है 
और भूढ़ापे में 
सिर्फ 
यादे... और.... तसल्ली..... वाला

©Kuldeep singh rj09

ryt

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#midnightthoughts #कतरा #मैं #parasd  कतरा, कतरा, बह गया
प्यार जो, दिल मे था बसा
मैं तर गया, यूँ डूबकर
बन गया  खुदा, जरा ज़रा

©paras Dlonelystar

cherish the moments where you exist in my dreams, for in reality, you're just a wish. ©Sambhatt30

#One_sided_love #Beautiful #Dream  cherish the moments where you exist in my dreams, for in reality, you're just a wish.

©Sambhatt30

You Are Just My Beautiful Dream #Dream #Beautiful #One_sided_love

9 Love

कयी अनगिनत सवाल... क्यों आए मेरी जिंदगी में, क्यों आया था वो पल , वो लम्हा क्यों इत्तेफ़ाकन बैठे थे मेरे करीब, क्यों बेवजह आए थे मेरे पीछे, क्यों समीप आने की वजह दे दिए तुम, तुम्हें पाने की तलब हो गई है पर वक्त की जमीं फिसल रही है, तुम्हें पाने से ज्यादाअब खोने का डर है। ©Soni s...

#Quotes  कयी अनगिनत सवाल...
क्यों आए मेरी जिंदगी में,
क्यों आया था वो पल , वो लम्हा
क्यों इत्तेफ़ाकन बैठे थे मेरे करीब,
क्यों बेवजह आए थे मेरे पीछे,
क्यों समीप आने की वजह दे दिए तुम,
 तुम्हें पाने की तलब  हो गई है
पर वक्त की जमीं फिसल रही है,
तुम्हें पाने से ज्यादाअब खोने का डर है।

©Soni s...

कयी अनगिनत सवाल... क्यों आए मेरी जिंदगी में, क्यों आया था वो पल , वो लम्हा क्यों इत्तेफ़ाकन बैठे थे मेरे करीब, क्यों बेवजह आए थे मेरे पीछे, क्यों समीप आने की वजह दे दिए तुम, तुम्हें पाने की तलब हो गई है पर वक्त की जमीं फिसल रही है, तुम्हें पाने से ज्यादाअब खोने का डर है। ©Soni s...

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