"White सच का एक निशाना , झूठ के सौ तीरों पर भारी है,
इसीलिए एक कड़वे सच से,मीठी वाणी भी हारी है,
धर्म चलता है अकेला ,सच की अलख जगाने को,
अधर्म के सौ तीरों से तीक्ष्ण ,सच की एक कटारी है,
सच का समय विपरीत है अब,फँसा हुआ मिथ्या भ्रम में,
पर सौ परदों में छिपकर भी , सच ही तलवार दोधारी है।।
-पूनम आत्रेय
©poonam atrey
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