Shashank

Shashank Lives in Fatehpur, Uttar Pradesh, India

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इक शुरुआत करके सब अंत करना है.... अंत करके सब अनंत करना है.... आंखों के सपनों को मुट्ठी में भरना है.... समय की ऊष्मा में तपकर तरना है.... नवदिन के उद्भव की खातिर हर रात्रि ढ़लना है.... पुष्प हटा कर कांटों पर चलना है.... ©Shashank

#विचार #leaf  इक शुरुआत करके सब अंत करना है....
अंत करके सब अनंत करना है....
आंखों के सपनों को मुट्ठी में भरना है....
समय की ऊष्मा में तपकर तरना है....
नवदिन के उद्भव की खातिर हर रात्रि ढ़लना है....
पुष्प हटा कर कांटों पर चलना है....

©Shashank

#leaf

10 Love

बदहालत बुत को फिर से गढ़ने का इरादा रखते हैं..... कोई मारने का इरादा रखता है तो हम मरने का इरादा रखते हैं..... रखता होगा दहशत का इरादा कोई, हम वक्त से लड़ने का इरादा रखते हैं.... हर इक सितम में हम बढ़ने का इरादा रखते हैं... वक्त की लहरों को हम पीने का इरादा रखते हैं..... सौ सितम झेलकर भी हम जीने का इरादा रखते हैं.... —Shashank ©Shashank

#MereKhayaal  बदहालत बुत को फिर से गढ़ने का इरादा रखते हैं.....
कोई मारने का इरादा रखता है तो हम मरने का इरादा रखते हैं.....
रखता होगा दहशत का इरादा कोई, हम वक्त से लड़ने का इरादा रखते हैं....
हर इक सितम में हम बढ़ने का इरादा रखते हैं...
वक्त की लहरों को हम पीने का इरादा रखते हैं.....
सौ सितम झेलकर भी हम जीने का इरादा रखते हैं....
—Shashank

©Shashank

🤩🤗 #MereKhayaal

9 Love

हे ! भारत के युवा तुम भी एक प्रण करो.... राष्ट्र भक्ति के भावों को और भी दृढ़ करो.... भारत पर संकट आए तो भारत मां की सेवा पर लग जाना.... बेटे संग बेटियों तुम भी आगे बढ़ जाना.... स्वाधीनता पर आंच आए तो तुम मर्दानी बन जाना.... युगों तक याद रहे वीरता की वो अमर कहानी बन जाना.... वक्त पड़ने पे पर भगत सिंह के किस्से तक गढ़ जाना.... वतन की खातिर हंसते हंसते फांसी तक चढ़ जाना.... शत्रु जब बेवजह सिर पर चढ़ने लगे..औकात उसकी हद से ज्यादा बढ़ने लगे.... सीमाएं बेचैन हो उठें... और प्यास सरहदों की बढने लगे.... उस वक्त तुम हवाओं को एक नया मजमून दे देना.... प्यास से बेचैन सरहदों को सुकून दे देना.... तुम जाकर बस सरहदों में अपना खून दे देना ..... तुम इस धरती पर शौर्य की इक नई दास्तान लिख देना.... कलम की जरूरत नहीं है तुम मिट्टी पर हिंदुस्तान लिख देना.... —शशांक पटेल ©Shashank

#OurRights  हे ! भारत के युवा तुम भी एक प्रण करो....
राष्ट्र भक्ति के भावों को और भी दृढ़ करो....

भारत पर संकट आए तो भारत मां की सेवा पर लग जाना....
 बेटे संग बेटियों तुम भी आगे बढ़ जाना....
स्वाधीनता पर आंच आए तो तुम मर्दानी बन जाना....
युगों तक याद रहे वीरता की वो अमर कहानी बन जाना....
वक्त पड़ने पे पर भगत सिंह के किस्से तक गढ़ जाना....
वतन की खातिर हंसते हंसते फांसी तक चढ़ जाना....
शत्रु जब बेवजह सिर पर चढ़ने लगे..औकात उसकी  हद से ज्यादा बढ़ने लगे....
 सीमाएं बेचैन हो उठें... और प्यास सरहदों की बढने लगे....
उस वक्त तुम हवाओं को एक नया मजमून  दे देना....
प्यास से बेचैन सरहदों को सुकून दे देना....
तुम जाकर बस सरहदों में अपना खून दे देना .....
तुम इस धरती पर  शौर्य की इक नई दास्तान लिख देना....
कलम की जरूरत नहीं है तुम मिट्टी पर हिंदुस्तान लिख देना....

—शशांक पटेल

©Shashank

🙏🇮🇳 #OurRights

10 Love

मेरे दिल में सिर्फ थोड़ी सी मोहब्बत थी, भला तुझ पे कैसे लूटाता मैं.... वतन का कर्ज मुझ पर था बता कैसे चुकाता मैं.... —शशांक पटेल ©Shashank

#OurRights  मेरे दिल में सिर्फ थोड़ी सी मोहब्बत थी,
भला तुझ पे कैसे लूटाता मैं....
वतन का कर्ज मुझ पर था बता कैसे चुकाता मैं....

—शशांक पटेल

©Shashank

🙏🇮🇳 #OurRights

10 Love

तुम महबूबा की सुंदर आंखें चांद से मुख मंडल लिखते हो.... जुल्फों की लट और कानों का कुंडल लिखते हो.... उसकी चाल लिखते हो... सुंदर-सुंदर गाल लिखते हो.... मैं भारत का गर्वित भाल लिख दूंगा..... रगों में बहते इस लहू का उबाल लिख दूंगा.... तुम लिखते रहना जिस्म के किस्से, मैं जिस्म संग पूरी जान लिख दूंगा.... मरकर ही सही मैं कफन पर हिंदुस्तान लिख दूंगा.... —शशांक पटेल ©Shashank

#wetogether  तुम महबूबा की सुंदर आंखें चांद से मुख मंडल लिखते हो....
जुल्फों की लट और कानों का कुंडल लिखते हो....
उसकी चाल  लिखते हो... सुंदर-सुंदर गाल लिखते हो....

मैं भारत का गर्वित भाल लिख दूंगा.....
रगों में बहते इस लहू का उबाल लिख दूंगा....
तुम लिखते रहना जिस्म के किस्से,
मैं जिस्म संग पूरी जान लिख दूंगा....
मरकर ही सही मैं कफन पर हिंदुस्तान लिख दूंगा....
 
—शशांक पटेल

©Shashank

🙏🇮🇳 #wetogether

8 Love

तारे जहां से निकलें उसे आसमान कहते हैं...... गुल के गिल को गुलिस्तान कहते हैं..... और मेरे दिल के दिल को हिंदुस्तान कहते हैं ... —शशांक पटेल ©Shashank

#OurRights  तारे जहां से निकलें उसे आसमान कहते हैं......
गुल के गिल को गुलिस्तान कहते हैं.....
और मेरे दिल के दिल को हिंदुस्तान कहते हैं ...

—शशांक पटेल

©Shashank

🚩🇮🇳 #OurRights

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