English
#Mechanical_Materials_Engineer #Lawyer#Poet#Archer
हमारी कौन सुनता है, हमें कौन मानता है, चलों अपने में ही चुप रह लेते हैं। दर्द है कुछ, खुद से ही कह लेते हैं, समझदार है शायद, इसलिए चलो अकेले में रो लेते हैं। ----------आनन्द ©आनन्द कुमार
आनन्द कुमार
10 Love
रोज खुद में मरते हैं, रोज अपनों के लिए मरते हैं। अब थोड़ा सुकून से रह लेने दे, अब तो यारों कम से कम अकेले में रो लेने दें। कभी अपने मुसीबत में अकेला छोड़ गये, कभी कुछ लोग बीच राह में दिल तोड़ गये। मगर हम फिर भी अपने में खुश रह लेते हैं, लड़के हैं, चलो हम अकेले में रो लेते हैं। ------आनन्द ©आनन्द कुमार
13 Love
आज अपने आज से लड़ रहे हैं, कल अपने कल से भी लड़ना है। हमारी दुनिया ऐसी ही है, हमें ऐसे ही आगे बढ़ना है। कभी दिल टूट गये, कभी ख्वाब रूठ गये, कभी अपने कहीं छूट गये। मगर क्या करें, लड़के हैं चलो अकेले में रो लेते हैं। ----------आनन्द ©आनन्द कुमार
14 Love
लड़के हैं, चलो अकेले में रो लेते हैं, बहुत दिल दुखाया है दुनिया ने, चलो आज फिर मुंह धो लेते हैं। कुछ दर्द छुपे हैं इस सीने में, चलो उन्हें अपने में ही पी लेते हैं बहुत कुछ कहती है दुनिया रोज़, चलो हंस कर सह लेते हैं। ----------आनन्द ©आनन्द कुमार
11 Love
तिल-तिल मर रहा हूं तेरी यादों में, तुम बिन जिंदगी जीतें जाना, मुझे पसंद नहीं। टुकडे-टुकडे जी रहा हूं तेरे बिना, कोई और ख्बाव , मुझे पसंद नहीं। डूबा हूं कुछ इस तरह तुझ में, कि किसी और के अल्फाज़, मुझे पसंद नहीं। ----------आनन्द ©आनन्द कुमार
12 Love
15 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here