Supriya Jha

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सुकून भरी जिंदगी के लिए, कई रातों से लड़ना पड़ता है। माता-पिता के बलिदानों को याद रखकर, सपनों को सींचना होता है। कल को किसी पर बोझ न बनूं, ऐसा निश्चय कर दिन-रात एक करना होता है। दुनिया की नजरों से होकर दूर, किताबों में तल्लीन होना होता है। भाई-बहन की ख्वाहिश पूरी कर सकूं, इस काबिल खुद को साबित करना होता है। एक खुबसूरत जिंदगी के लिए, कई इम्तिहानों से लड़ना पड़ता है। ©Supriya Jha

#विचार  सुकून भरी जिंदगी के लिए,
कई रातों से लड़ना पड़ता है।
माता-पिता के बलिदानों को याद रखकर,
सपनों को सींचना होता है।
कल को किसी पर बोझ न बनूं,
ऐसा निश्चय कर दिन-रात एक करना होता है।
दुनिया की नजरों से होकर दूर,
किताबों में तल्लीन होना होता है।
भाई-बहन की ख्वाहिश पूरी कर सकूं,
इस काबिल खुद को साबित करना होता है।
एक खुबसूरत जिंदगी के लिए,
कई इम्तिहानों से लड़ना पड़ता है।

©Supriya Jha

# खुबसूरत जिंदगी

11 Love

White सच कहूं तो आजकल गुमसुम सी रहने लगी हूँ, भीड़ जंचती नही इसलिए अकेली सी रहने लगी हूँ, परेशान तो हूँ पर किसी से कह नही सकती, आँसुओं को किसी के सामने छलकने नही दे सकती, इस कारण अपनों से भी थोड़ी दूर रहने लगी हूँ, झूठी हँसी चेहरे पर रखने लगी हूँ, खुशियों से भी बेगानी सी रहने लगी हूँ, सच कहूं तो बड़ी चुपचाप सी रहने लगी हूँ। ©Supriya Jha

#गुमसुम #शायरी  White सच कहूं तो आजकल गुमसुम सी रहने लगी हूँ,
भीड़ जंचती नही इसलिए अकेली सी रहने लगी हूँ,
परेशान तो हूँ पर किसी से कह नही सकती,
 आँसुओं को किसी के सामने छलकने नही दे सकती,
 इस कारण अपनों से भी थोड़ी दूर रहने लगी हूँ,
झूठी हँसी चेहरे पर रखने लगी हूँ,
खुशियों से भी बेगानी सी रहने लगी हूँ,
सच कहूं तो बड़ी चुपचाप सी रहने लगी हूँ।

©Supriya Jha

White एक बात है जो अक्सर मेरे ज़हन में आती है, ना जाने किसकी बद्दुआ के हम शिकार हो गए, छोटी-छोटी खुशियों के मोहताज हो गए, जितना संभव था सबकी मदद कर गए, फिर भी शिकायतों के शिकार हो गए, हर रिश्ते में शत-प्रतिशत दे गए, फिर भी सबकी नजरों में गुनाहगार हो गए, इंसान परखने में थोड़ी भूल कर गए, इसलिए फरेब साजिशों के शिकार हो गए। ©Supriya Jha

#शिकायत #शायरी  White एक बात है जो अक्सर मेरे ज़हन में आती है,
ना जाने किसकी बद्दुआ के हम शिकार हो गए,
छोटी-छोटी खुशियों के मोहताज हो गए,
जितना संभव था सबकी मदद कर गए,
फिर भी शिकायतों के शिकार हो गए,
हर रिश्ते में शत-प्रतिशत दे गए,
फिर भी सबकी नजरों में गुनाहगार हो गए,
इंसान परखने में थोड़ी भूल कर गए,
इसलिए फरेब साजिशों के शिकार हो गए।

©Supriya Jha
#तजूर्बा #शायरी  White कल एक झलक जिंदगी को देखा,
वो राहों में बैठे गुनगुना रही थी,
फिर उसे इधर-उधर ढूंढ़ा,
वो आँख मिचौली कर खिलखिला रही थी,
एक अरसे के बाद मिला मुझे आराम,
वो थपकी देकर मुझे सुला रही थी,
हम दोनों क्यूं खफ़ा है एक-दूसरे से,
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,
मैने पूछ हीं लिया क्यों इतना दर्द दिया मुझे,
वो हंसी और बोली-मैं जिंदगी हूँ,
तजुर्बा देकर जिंदगी जीना सीखा रही थी,

©Supriya Jha

मगरुर अंदाज है तुम्हारा या किसी और में मसरूफ हो गये हो आज कल दिल दुखाने भी नही आते। ©Supriya Jha

#शायरी #EgoisticLove  मगरुर अंदाज है तुम्हारा या किसी और में मसरूफ हो गये हो
आज कल दिल दुखाने भी नही आते।

©Supriya Jha

#EgoisticLove

15 Love

ख़ामोशी का दूसरा पहलू लिहाज भी हो सकता है,पर अक्सर लोग इसे मेरी कमजोरी क्यूं समझ लेते है?? ©Supriya Jha

#कोट्स #aaina  ख़ामोशी का दूसरा पहलू लिहाज भी हो सकता है,पर अक्सर लोग इसे मेरी कमजोरी क्यूं समझ लेते है??

©Supriya Jha

#aaina

11 Love

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