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सान्निध्यन्धीमतां प्राप्य, शून्या शास्त्रगतिस्तव। सान्निध्येन तदा तेन, को लाभो ननु वर्तते ? सृष्टो मया-(अभिषेककोश:)✍️ अर्थात्- यदि विद्वानों के साथ रहकर भी तुम्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं हो पाया तो फिर उनके सान्निध्य का क्या लाभ? ©Abhishek Choudhary Sanskrit

#Quotes #Books  सान्निध्यन्धीमतां प्राप्य,
शून्या शास्त्रगतिस्तव।
सान्निध्येन तदा तेन,
को लाभो ननु वर्तते ?

सृष्टो मया-(अभिषेककोश:)✍️

अर्थात्- यदि विद्वानों के साथ रहकर भी तुम्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं हो पाया तो फिर उनके सान्निध्य का क्या लाभ?

©Abhishek Choudhary Sanskrit

#Books

11 Love

सीखने की ना कोई उम्र ना कोई सीमा होती हैं! जब-तक पनपते रहें ज़हन में सवाल तब-तक हम सीखते रहते हैं! ©R...Khañ

#सवालRamjan #Books  सीखने की ना कोई उम्र ना कोई सीमा होती हैं!

जब-तक

पनपते रहें ज़हन में सवाल तब-तक हम सीखते रहते हैं!

©R...Khañ

ਤੈਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਨੀਂਦ ਆਉਂਦੀ ਏ ਮੈਂ ਤੇ ਕਿਤਾਬ ਨੂੰ ਜੱਫੀ ਪਾ ਕੇ ਸੌਂ ਜਾਂਦਾ ਹਾਂ ©jittu sekhon

#ਸਸਪੈਂਸ  #Books  ਤੈਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਨੀਂਦ ਆਉਂਦੀ ਏ 
ਮੈਂ ਤੇ ਕਿਤਾਬ ਨੂੰ ਜੱਫੀ ਪਾ ਕੇ ਸੌਂ ਜਾਂਦਾ ਹਾਂ

©jittu sekhon

#Books

16 Love

#विचार #Books  अमोलक सी इन पुस्तकों का मोल 
क्या हीं कर सकेंगे ये लेवल्ड प्राइस........
वर्षो का मौन, 
प्रतिक्षा,अकथित अनुभव,संघर्ष, 
परिवर्तन, प्रतिरूपण, 
और न जाने कितने ही 
भावो-अनुभावों का अंकन.......
यह कभी बिकने के लिए नही निकलती,
ये निकलती है डायरी के पृष्ठों से उस माध्यम तक....
ताकि पढ़े इसकी अनुभूतियां 
कोई..पहुंच सके 
किसी के हृदय तक......बस वही एक 
इच्छा लिए चल पड़ती है अपनी यात्रा पर 😊🙏🏻
                                  @पुष्पवृतियां

©Pushpvritiya

#Books

720 View

Book quotes खुद जमीन पर पड़ी है लेकिन जो इन्हें पढ़ते हैं वो आसमान को छूता है #किताबे ©minakshi

#किताबे #विचार  Book quotes खुद जमीन पर पड़ी है 
लेकिन जो इन्हें पढ़ते हैं वो आसमान को छूता है
#किताबे

©minakshi

books

12 Love

प्रात: दन्तधावनङ्कृत्वा, स्वजनकञ्जननीञ्च नत्वा। ततश्च भगवत्भजनङ्गीत्वा, मनसा कार्यम् अध्ययनम्।। प्रात: दांतों की सफाई करके(Brush) अपने माता-पिता को नमन करके भगवान का भजन गाकर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए। पौष्टिकमल्पाहारं भुक्त्वा, विद्यालयाय सज्जो भूत्वा। समये विद्यालयम् आप्त्वा, मनसा कार्यम् अध्ययनम्।। पौष्टिक अल्पाहार करके विद्यालय हेतु तैयार होकर समय से विद्यालय पहुंच कर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए । सन्ध्याकाले क्रीडित्वा, दूरदर्शनमीक्षित्वा। अग्रजैस्सह वार्ताङ्कृत्वा, मनसा कार्यम् अध्ययनम्।। सायंकाल में खेल-कूद करके दूरदर्शन देखकर बड़ों के साथ वार्तालाप करके तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए। कवि:- अभिषेककुमार ©Abhishek Choudhary Sanskrit

#Books  प्रात: दन्तधावनङ्कृत्वा, 
स्वजनकञ्जननीञ्च नत्वा।
ततश्च भगवत्भजनङ्गीत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

प्रात: दांतों की सफाई करके(Brush) अपने माता-पिता को नमन करके भगवान का भजन गाकर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

पौष्टिकमल्पाहारं भुक्त्वा,
विद्यालयाय सज्जो भूत्वा।
समये विद्यालयम् आप्त्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

पौष्टिक अल्पाहार करके विद्यालय हेतु तैयार होकर समय से विद्यालय पहुंच कर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए ।
 
सन्ध्याकाले क्रीडित्वा,
दूरदर्शनमीक्षित्वा।
अग्रजैस्सह वार्ताङ्कृत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

सायंकाल में खेल-कूद करके दूरदर्शन देखकर बड़ों के साथ वार्तालाप करके तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

कवि:- अभिषेककुमार

©Abhishek Choudhary Sanskrit

#Books

14 Love

सान्निध्यन्धीमतां प्राप्य, शून्या शास्त्रगतिस्तव। सान्निध्येन तदा तेन, को लाभो ननु वर्तते ? सृष्टो मया-(अभिषेककोश:)✍️ अर्थात्- यदि विद्वानों के साथ रहकर भी तुम्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं हो पाया तो फिर उनके सान्निध्य का क्या लाभ? ©Abhishek Choudhary Sanskrit

#Quotes #Books  सान्निध्यन्धीमतां प्राप्य,
शून्या शास्त्रगतिस्तव।
सान्निध्येन तदा तेन,
को लाभो ननु वर्तते ?

सृष्टो मया-(अभिषेककोश:)✍️

अर्थात्- यदि विद्वानों के साथ रहकर भी तुम्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं हो पाया तो फिर उनके सान्निध्य का क्या लाभ?

©Abhishek Choudhary Sanskrit

#Books

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सीखने की ना कोई उम्र ना कोई सीमा होती हैं! जब-तक पनपते रहें ज़हन में सवाल तब-तक हम सीखते रहते हैं! ©R...Khañ

#सवालRamjan #Books  सीखने की ना कोई उम्र ना कोई सीमा होती हैं!

जब-तक

पनपते रहें ज़हन में सवाल तब-तक हम सीखते रहते हैं!

©R...Khañ

ਤੈਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਨੀਂਦ ਆਉਂਦੀ ਏ ਮੈਂ ਤੇ ਕਿਤਾਬ ਨੂੰ ਜੱਫੀ ਪਾ ਕੇ ਸੌਂ ਜਾਂਦਾ ਹਾਂ ©jittu sekhon

#ਸਸਪੈਂਸ  #Books  ਤੈਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਨੀਂਦ ਆਉਂਦੀ ਏ 
ਮੈਂ ਤੇ ਕਿਤਾਬ ਨੂੰ ਜੱਫੀ ਪਾ ਕੇ ਸੌਂ ਜਾਂਦਾ ਹਾਂ

©jittu sekhon

#Books

16 Love

#विचार #Books  अमोलक सी इन पुस्तकों का मोल 
क्या हीं कर सकेंगे ये लेवल्ड प्राइस........
वर्षो का मौन, 
प्रतिक्षा,अकथित अनुभव,संघर्ष, 
परिवर्तन, प्रतिरूपण, 
और न जाने कितने ही 
भावो-अनुभावों का अंकन.......
यह कभी बिकने के लिए नही निकलती,
ये निकलती है डायरी के पृष्ठों से उस माध्यम तक....
ताकि पढ़े इसकी अनुभूतियां 
कोई..पहुंच सके 
किसी के हृदय तक......बस वही एक 
इच्छा लिए चल पड़ती है अपनी यात्रा पर 😊🙏🏻
                                  @पुष्पवृतियां

©Pushpvritiya

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Book quotes खुद जमीन पर पड़ी है लेकिन जो इन्हें पढ़ते हैं वो आसमान को छूता है #किताबे ©minakshi

#किताबे #विचार  Book quotes खुद जमीन पर पड़ी है 
लेकिन जो इन्हें पढ़ते हैं वो आसमान को छूता है
#किताबे

©minakshi

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प्रात: दन्तधावनङ्कृत्वा, स्वजनकञ्जननीञ्च नत्वा। ततश्च भगवत्भजनङ्गीत्वा, मनसा कार्यम् अध्ययनम्।। प्रात: दांतों की सफाई करके(Brush) अपने माता-पिता को नमन करके भगवान का भजन गाकर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए। पौष्टिकमल्पाहारं भुक्त्वा, विद्यालयाय सज्जो भूत्वा। समये विद्यालयम् आप्त्वा, मनसा कार्यम् अध्ययनम्।। पौष्टिक अल्पाहार करके विद्यालय हेतु तैयार होकर समय से विद्यालय पहुंच कर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए । सन्ध्याकाले क्रीडित्वा, दूरदर्शनमीक्षित्वा। अग्रजैस्सह वार्ताङ्कृत्वा, मनसा कार्यम् अध्ययनम्।। सायंकाल में खेल-कूद करके दूरदर्शन देखकर बड़ों के साथ वार्तालाप करके तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए। कवि:- अभिषेककुमार ©Abhishek Choudhary Sanskrit

#Books  प्रात: दन्तधावनङ्कृत्वा, 
स्वजनकञ्जननीञ्च नत्वा।
ततश्च भगवत्भजनङ्गीत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

प्रात: दांतों की सफाई करके(Brush) अपने माता-पिता को नमन करके भगवान का भजन गाकर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

पौष्टिकमल्पाहारं भुक्त्वा,
विद्यालयाय सज्जो भूत्वा।
समये विद्यालयम् आप्त्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

पौष्टिक अल्पाहार करके विद्यालय हेतु तैयार होकर समय से विद्यालय पहुंच कर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए ।
 
सन्ध्याकाले क्रीडित्वा,
दूरदर्शनमीक्षित्वा।
अग्रजैस्सह वार्ताङ्कृत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

सायंकाल में खेल-कूद करके दूरदर्शन देखकर बड़ों के साथ वार्तालाप करके तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

कवि:- अभिषेककुमार

©Abhishek Choudhary Sanskrit

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