दिनेश कुशभुवनपुरी

दिनेश कुशभुवनपुरी

#कवि_गीतकार मैं लिखूँगा फिर महकती वादियों को, फूल खिलते थे जहाँ हर डालियों पर।

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#कविता #दोहा #delicate  दोहा

अक्षर अक्षर से मिले, भावों का मकरंद।
मृदु शब्दों के  मेल से,  बनता दोहा छंद॥

Dinesh Pandey

©दिनेश कुशभुवनपुरी
#मुक्तक #कविता #ShubhDeepawali  चलो फिर से खुशी बांटे  करें हम दूर  सबके गम।
यही हो कामना  सबकी नहीं हो  आंख कोई नम।
गजानन दें सभी को बुद्धि लक्ष्मी दें सभी को धन।
चलो फिर  से जलायें  दीपमाला  जो भगाए तम॥

Dinesh Pandey

©दिनेश कुशभुवनपुरी

#ShubhDeepawali #मुक्तक gaTTubaba @{ PREET }{}{ एक अजनबी @heartlessrj1297 @poonam atrey वरुण तिवारी मुसाफिरखाना @Suhana parvin NIKHAT الفاظ جو دل کو چھو لے ᴩᴏᴏᴊᴀ ᴜᴅᴇꜱʜɪ @ANOOP PANDEY @Madhusudan Shrivastava मनोज मानव पथिक.. @Anshu writer @Anupriya गुरु देव[Alone Shayar] @Disha R K Mishra " सूर्य " Writer kavi Gautam @Mysterious Girl Nîkîtã Guptā @Kirti Pandey @Subhash Chandra @Rakesh Kumar Das @Raj Guru @kanta kumawat Manisha Keshav @Babli Gurjar vimlesh Gautam https://youtube.com/@jindgikafasana6684 Asmi

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#GaneshChaturthi #समाज  नमामि ते गजाननं अनन्त मोद दायकम्
समस्त विघ्न हारकं समस्त अघ विनाशकम्
मुदाकरं सुखाकरं मम प्रिय गणाधिपम्
नमामि ते विनायकं हृद कमल निवासिनम्॥१॥

भुक्ति मुक्ति दायकं समस्त क्लेश वारकम्
बुद्धि बल प्रदायकं समस्त विघ्न हारकम्
धूम्रवर्ण शोभनं एक दन्त मोहनम्
भजामि ते कृपाकरं मम हृदय विहारिणम्॥२॥

गजवदन शोभितं मोदकं सदा प्रियम्
वक्रतुण्ड धारकं कृष्णपिच्छ मोहनम्
विकटरूप धारिणं देववृन्द वन्दितम्
स्मरामि विघ्नहारकं मम बन्ध मोचकम्॥३॥

सुराणां प्रधानं मूषक वाहनम्
रिद्धि सिद्धि संयुतं भालचन्द्र शोभनम्
ज्ञानिनां वरिष्ठं इष्ट फल प्रदायकम्
सदा भावयामि त्वां सगुण रूप धारिणम् ॥४॥

सर्व विघ्न हारकं समस्त विघ्न वर्जितम्
विकट रूप शोभनं मनोज दर्प मर्दनम्
*सगुण रूप मोहनं गुणत्रय अतीतम्
नमामि ते नमामि ते मम प्रिय गणेशम्॥५॥

©दिनेश कुशभुवनपुरी

दोहा: द्रोहकाल द्रोहकाल के दौर में, कौन लिखे श्रृंगार। दुष्टदलन खातिर कलम, लिख दे अब अंगार॥ Dinesh Pandey ©दिनेश कुशभुवनपुरी

#द्रोहकाल #कविता #दोहा  दोहा: द्रोहकाल

द्रोहकाल   के  दौर  में,  कौन   लिखे  श्रृंगार।
दुष्टदलन खातिर कलम, लिख दे अब अंगार॥

Dinesh Pandey

©दिनेश कुशभुवनपुरी

#दोहा #द्रोहकाल NIKHAT الفاظ جو دل کو چھو لے @Mysterious Girl एक अजनबी @Ritu Tyagi Diksha Singh @Puja Udeshi

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#जीवन_के_हालात #कविता #दोहा #mask  दोहा: जीवन के हालात 

अधरों पर मुस्कान है, मगर हृदय में घात।
जंजीरों  में  कैद   हैं, जीवन  के  हालात॥

Dinesh Pandey

©दिनेश कुशभुवनपुरी

#दोहा #जीवन_के_हालात #mask R K Mishra " सूर्य " @Anshu writer @Suhana parvin @ANOOP PANDEY शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) मनोज मानव अmit कोठारी "राही" RJ राहुल द्विवेदी 'स्मित' @Asmita Singh सुरमई साहित्य gaTTubaba @Mysterious Girl @}{}{ PREET }{}{ @Kirti Pandey @poonam atrey @Puja Udeshi @Lalit shrivastava sabdvanshi @Anupriya @Raj Guru @Ritu Tyagi @Subhash Chandra गुरु देव वरुण तिवारी Manisha Keshav @gungun gusain Nîkîtã Guptā विवेक ठाकुर "शाद" NIKHAT الفاظ جو دل کو چھو لے @Anjali Srivastav MƳ ƊŘĚÃM ÌŞ MŶ

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#प्रेम_ही_कलकल #मुक्तक #कविता #Mulaayam                  मुक्तक: प्रेम ही कलकल

विकल रहता हृदय मेरा, तुम्हारी  याद मे हर पल।
तुम्हें ही ढूंढता है मन, कहीं पर हो अगर हलचल।
रहूं मैं  भीड़  में  चाहे,  रहूं  या  फिर  अकेला  मैं।
रगों में  बह  रहा मेरे,  तुम्हारा  प्रेम ही  कलकल॥

Dinesh Pandey

©दिनेश कुशभुवनपुरी

#Mulaayam #मुक्तक #प्रेम_ही_कलकल @Anshu writer @Babli Gurjar @}{}{ PREET }{}{ विवेक ठाकुर "शाद" MƳ ƊŘĚÃM ÌŞ MŶ ŁÎFÉ @ANOOP PANDEY कवि आलोक मिश्र "दीपक" @gungun gusain @Lalit shrivastava sabdvanshi @Suhana parvin सूर्यप्रताप सिंह चौहान (स्वतंत्र) करन सिंह परिहार @Dheeraj Srivastava सुनील 'विचित्र' R K Mishra " सूर्य "

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